Indian History

Islam Ka Uday:- इस्लाम का उदय कैसे हुआ था? इस्लाम के प्रमुख सिद्धांत तथा पांच स्तंभ क्या है?

Islam Ka Uday:- अरब प्रायद्वीप अनेक सभ्यताओं, धर्म एवं संस्कृति ओं की विकास भूमि रहा है। इसी प्रदीप पर Adults शताब्दी ईस्वी में इस्लाम का जन्म हुआ। इस्लाम अरबी भाषा के सनम शब्द से निकला है जिसका अर्थ है ‘हुक्म मानना’। व्यापक अर्थों में इस्लामिक धर्म का 9नाpqम है जिसका उदय सातवीं शताब्दी में अरब में हुआ।

इस्लाम के संस्थापक पैगंबर मुहम्मद थे। एक शताब्दी से भी कम समय में इस्लाम तथा इसके समर्थक देशों के साम्राज्य का विस्तार पश्चिम में अटलांटिक महासागर से पूर्व में सिंधु नदी तक और पूर्व में कैस्पियन सागर से दक्षिण में नील नदी की घाटी तक हो गया। इस विशाल क्षेत्र में स्पेन पुर्तगाल फ्रांस का दक्षिणी भाग उत्तरी अफ्रीका संपूर्ण मिस्र और सीरिया में सपोर्ट अमिया, अमीनिया, परसिया, संपूर्ण मध्य एशिया, अफगानिस्तान, बलूचिस्तान, सिंध, आदि सम्मिलित है।

भारत में मुस्लिमों का प्रवेश (Entry of Muslims In India )

इस्लाम की इस बढ़ती हुई क्षति का सामना भारत को भी करना पड़ा लगभग तीन शताब्दियों तक भारत ने इसे अपने उत्तर पश्चिमी सीमाओं पर रोक कर रखा किंतु भारत की राज नैतिक शक्तियों में एकता का अभाव था जिस कारण इस्लाम भारत में प्रवेश पा सका। हमारे एकता के अभाव से ही यह हमारे भारत में घुसे तथा हमारी संस्कृति को तहस-नहस कर दिया। उन्होंने हमारे कई बड़े-बड़े मंदिरों को तहस-नहस कर दिया जिनमें श्री काशी विश्वनाथ, श्री कृष्ण का मंदिर तथा रामलला का मंदिर और अनेक अनेकों मंदिर को इन्होंने तहस-नहस कर दिया। इन मुस्लिमों ने हिंदुओं पर बहुत ही अत्याचार किया है। जबरन हिंदुओं से इस्लाम धर्म को कुबलया गया है। आज भी हमारे देश में जितने भी मुस्लिम है उनके पूर्वज कहीं ना कहीं हिंदू ही थे क्योंकि उनको जबरदस्ती इस्लाम को कुबुलाया गया था।

अरब में इस्लाम का उदय ( Arab Me Islam Ka Uday )

सन 612 से 632 में पैगंबर मुहम्मद ने एक ईश्वर या अल्लाह की पूजा करने का और अस्थिको के एक ही समाज की सदस्यता का प्रचार प्रसार किया। यह इस्लाम का मूल था। पैगंबर मोहम्मद सौदागर थे और भाषा तथा संस्कृति की दृष्टि से अरबी थे। छठी शताब्दी की अरब संस्कृति अधिकांश था अरब प्रायद्वीप और दक्षिणी सीरिया और मेसोपोटामिया के क्षेत्रों तक सीमित थी।

पैगंबर मोहम्मद का अपना कबीला, कुरैश, मक्का में रहता थाऔर इसका वहां के मुख्य धर्म स्थल पर नियंत्रण था। इस स्थल का ढांचा घनाकार था और इसे काबा कहा जाता था। जिसमें भूत रखे हुए थे। मक्का के बाहर कबीले भी काबा को पवित्र स्थल मानते थे वे इसमें अपने भी भूत रखते थे और हर वर्ष इस इबादत गाह की धार्मिक यात्रा हज करते थे। काबा को एक ऐसी पवित्र जगह माना जाता था जहां हिंसा वर्जित थी और सभी दर्शनार्थियों को सुरक्षा प्रदान की जाती थी।

Islam Ka Uday

जो इस धर्म सिद्धांत को स्वीकार कर लेते थे उन्हें मुसलमान या मुस्लिम कहा जाता था उन्हें कयामत के दिन मुक्ति और धरती पर रहते हुए समाज के संसाधनों में हिंसा देने का आश्वासन दिया जाता था। मुसलमानों को शीघ्र ही मक्का के समृद्ध लोगों के कड़े विरोध का सामना करना पड़ा। जिन्हें देवी देवताओं का ठुकराया जाना बुरा लगा था और जिन्होंने नए धर्म को मक्का की प्रतिष्ठा और समृद्धि के लिए खतरा मान लिया था।

पैगंबर मोहम्मद को अपने अनुयायियों के साथ मदीना कुछ जाने के लिए मजबूर होना पड़ा। पैगंबर मोहम्मद की इस यात्रा हिजरा से इस्लाम के इतिहास में एक नया मोड़ आया। जिस वर्ष उसका आगमन मदीना में हुआ उस वर्ष मुस्लिम कैलेंडर है नहीं गिरी सन का प्रारंभ हुआ।

इस्लाम के प्रमुख सिद्धांत (Main Tenets of Islam)

इस्लाम के प्रमुख सिद्धांत निम्नलिखित हैं-

  • अल्लाह एक है, वह सर्वशक्तिमान, सर्वव्यापी तथा सर्वज्ञ है।
  • अल्लाह ने समय-समय पर अपनी इच्छा को पैगंबरों द्वारा व्यक्त किया है। उनमें अंतिम और सर्वश्रेष्ठ पैगंबर मुहम्मद है। कुरान में अनेक स्थानों पर कहा गया है “अल्लाह के सिवाय और कोई ईश्वर नहीं है और हजरत मोहम्मद उसके पैगंबर है।”
  • कुरान के अनुसार मनुष्य की आत्मा अमर है। मृत्यु के बाद कयामत के दिन अल्लाह की कचहरी में सभी के कामों का हिसाब होगा और सबको अपने अपने कामों के अनुसार जन्नत अथवा दोजक नसीब होगा।
  • सभी मुसलमानों को यह मान लेना चाहिए कि संसार में जो कुछ भी है या होगा सब अल्लाह की मर्जी से होता है और वही सबका कर्ताधर्ता है।
  • इस्लाम को मानने वाले हर व्यक्ति को यह यकीन करना चाहिए कि इस्लाम के सभी ग्रंथ पवित्र है किंतु कौन सबसे बढ़कर कुरान है।
– जय श्री राम

इस्लाम के पांच प्रसिद्ध स्तंभ (Five Famous Pillars of Islam)

इस्लाम के पांच प्रसिद्ध स्तंभ है जिनका अनुसरण करना प्रत्येक मुसलमान का नैतिक कर्तव्य है-

  • अल्लाह के अंतिम पैगंबर के रूप में मोहम्मद के स्वीकृति तथा अल्लाह के अंतिम अटल शब्द के रूप में कुरान में पूर्ण आस्था।
  • काबा की तरफ मुंह करके दिन में 5 बार नमाज अदा करना।
  • मुस्लिम समुदाय के लाभ के लिए जगात अथवा दान देना।
  • जजमान के महीने में रोजे रखना अर्थात उपवास करना तथा हज करना अर्थात मक्का की यात्रा करना।

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Kanchan Verma

Kanchan Verma is the Author & Founder of the https://frontbharat.com She is pursuing graduation from Banaras (UP) . She is passionate about Blogging & Digital Marketing.

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