हड़प्पा वंश और वैदिक वंश में अंतर:- हड़प्पा सभ्यता के बाद लगभग 15 वर्ष के अंतराल का समय अनेक दृष्टि से बहुत ही महत्वपूर्ण है। इस काल में भारतीय उपमहाद्वीप के विभिन्न भागों में अनेक विकास हुआ इसी काल में सिंधु नदी और इसकी उप नदियों के किनारे रहने वाले लोगों ने ‘ऋग्वेद ‘ जैसे महत्वपूर्ण ग्रंथ की रचना की जिसे ना केवल भारत का बल्कि संपूर्ण विश्व का सर्वाधिक प्राचीन ग्रंथ माना जात। इसे आर्य सभ्यता भी कहा जाता है क्योंकि इस सभ्यता में आर्यों का आगमन हुआ था।
इस युग को हम वैदिक काल या वैदिक सभ्यता के नाम से जानते हैं। इस काल में उपमहाद्वीप के उत्तर भारत ढक्कन पठार कर्नाटक जैसे अन्य क्षेत्रों में कृषक बस्तियों के अस्तित्व के प्रमाण मिलते हैं। ढक्कन और दक्षिण भारत के क्षेत्रों में चरवाहा बस्तियां अस्तित्व में आई। विद्वान इतिहासकारों का विचार है कि दक्षिण भारत में लोहे का प्रयोग 1100 ईसा पूर्व के आसपास प्रारंभ हुआ। इतिहासकारों का मानना है कि दक्षिण भारत में लोहे अत्यधिक पाए जाते थे इसलिए इसको नवपाषाण काल या लौह युग के नाम से जाना जाता है। इसके बाद जो संस्कृति उदय में आई उसे महापषाण कालीन संस्कृति के नाम से जाना गया।
- सिंधु घाटी सभ्यता के पश्चात लगभग 1500 वर्षों की अवधि में भारतीय उपमहाद्वीप के विभिन्न भागों में कई प्रकार के विकास हुए।
- इन 1500 वर्षों की अवधि में उत्तर भारत ढक्कन पठार क्षेत्र और कर्नाटक जैसे उपमहाद्वीप ओके अन्य क्षेत्रों में कृषक बस्तियां अस्तित्व में आए।
- शवों के अंतिम संस्कार के नए तरीके सामने आए जिनमें महापाषाण के नाम से विख्यात पत्रों के ढांचे प्राप्त हुए हैं।
- आरंभिक राज्य साम्राज्य और रजवाड़ों का विकास हुआ। नए नगरों का उदय हुआ।
- बौद्ध ग्रंथों के अनुसार मौर्य वंश के सर्वाधिक प्रसिद्ध शासकों में अशोक एक अग्रणी शासक था।
- सम्राट अशोक के अभिलेख मुख्य रूप से ब्राह्मण और खरोष्ठी लिपि ओं में मिले।
- आरंभिक इतिहास में छठी शताब्दी ईसा पूर्व को एक महत्वपूर्ण परिवर्तन काल माना जाता है। इस काल को प्रारंभिक राज्य नगरों लोहे के बढ़ते प्रयोग व सिक्क के विकास से संबंधित किया जाता है।
- बौद्ध एवं जैन धर्म के आरंभिक ग्रंथों में महाजनपद नाम से 16 राज्यों का वर्णन मिलता है।
- चंद्रगुप्त मौर्य ने 321 ईसा पूर्व में मौर्य वंश की स्थापना की।
- मौर्य वंश का सबसे प्रसिद्ध शासक अशोक था जिसने कलिंग पर विजय प्राप्त की थी।
- अशोक ने अपने भी लेखों के माध्यम से धम्म प्रचार किया।
- गुप्त शासकों का इतिहास, साहित्य, सिक्कों, अभिलेखों एवं प्रशस्ति यों के आधार पर लिखा गया है।
- जातक कथाएं प्रथम शास्त्र आदि इस शिविर के मध्य में पाली भाषा में लिखी गई थी।
- मनुस्मृति आरंभिक काल का सबसे प्रसिद्ध विधि ग्रंथ है इसकी रचना संस्कृत भाषा में की गई है।
- ब्राह्मी लिपि भारत की समस्त भाषाओं की लिपियों की जननी है.
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क्र.सं. | सिंधु सभ्यता | वैदिक सभ्यता |
1. | नगरी सभ्यता थी। | ग्रामीण सभ्यता थी। |
2. | लगभग 5000 वर्ष प्राचीन है। | लगभग 3000 वर्ष प्राचीन है। |
3. | लोग काले रंग के थे। | लोग गोरे रंग के थे। |
4. | गणतंत्र आत्मक शासन पद्धति थी। | राजतंत्र आत्मक शासन पद्धति थी। |
5. | लोहे व घोड़े से अपरिचित थे। | लोहे व घोड़े से परिचित थे। |
6. | विदेशों से व्यापारिक संबंध थे। | विदेशों से व्यापारिक संबंध नहीं थे। |
7. | लेखन कला का ज्ञान था। | लेखन कला का ज्ञान नहीं था। |
8. | प्रमुख पशु सांड था। | प्रमुख पशु गाय थी। |
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