Banaras Love Shayari In Hindi–प्रिय पाठकों आप सभी का स्वागत है महादेव की नगरी बनारस में इस आर्टिकल में वाराणसी ( बनारस ) पर शायरी स्टेटस कोट्स इमेज और Banaras Shayari Status नीचे दिए हुए है. इन्हें जरूर पढ़े.
घूमने दो सबको कश्मीर से कन्याकुमारी तक
हम तुमको घुमाएंगे बनारस के दशा सुमेर घाट से अस्सी घाट तक…
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हम बनारसी हैं बेटे जरा बचके क्योंकि हमारे तेवर है सबसे हटके…
मैंने बनारसी से इश्क़ किया है गुरु
हमें कोई जुदा न कर सकता है
हम पर बाबा विश्वनाथ की कृपा है…
तुम बनारस की घाट हो
मैं पांडेयपुर चौराहे पे लगता जाम प्रिये…
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हम बनारसी लड़की हैं तुमको club नहीं गंगा घाट ले जाएंगे और पिज़्ज़ा बर्गर नहीं बनारसी पान खिलाएंगे…
अस्सी घाट से मणिकर्णिका तक का
सफ़र तेरे साथ बिताना है…
जिंदगी में इश्क और शाम बनारस जैसी हो 🥰…
सबका सुकून है बनारस
और मेरा प्यार…
बनारस के बारे में क्या लिखूं
एक मेरा इश्क है,दूजा मेरा किस्सा है…
बनारस जहां सबको सुकून मिलता है
उस बनारस ने मेरा सुकून छीन गया 🥺
साथी हो तो शिव जैसा
और शाम हो तो बनारस जैसा❤️
तुम बनारस की मीठा पान प्रिय
मैं बिहार का टीखा लिट्टी चोखा प्रिय
जैसे प्राण बिना शरीर बेजान है
वैसे ही शिव बिना बनारस शमशान है।
काशी में आए हो तो एक बीड़ा पान खाते जाओ
खो जाते हैं अक्सर लोग यहां क्योंकि बनारस की गलियां किसी भूलभुलैया से कम नहीं
बनारस की साड़ी और बनारस की नारी दोनों ही खुश किस्मत वालों को मिलती है
अरे मिस्त्री भी फीका पड़ जाला बनारसी बोली के आगे
सब बनारस में तुम्हें चाय पिलाएंगे आओ हमारे साथ हम तुम्हें पान खिलाएंगे
बीच का मजा लेना है तो गोवा जाइए और मां गंगा का आशीर्वाद लेना है तो घाट बनारस आइए
मैं कहीं भी चली जाऊं पर जो सुकून मुझे बनारस में है वह कहीं और नहीं।
मां पार्वती ने ना जाने मन में क्या ठानी जो काशी जैसे शहर का निर्माण कर डाली।
बनारस के घाट और बनारस के लोग आपके समझ के बाहर हैं।
क्या लिखूं मैं बनारस के बारे में जो भी लिखती हूं वह कम ही पड़ जाता है।
काशी कहो वाराणसी कहो या बनारस को हो इश्क हमारा तो एक ही है।
बचपन से ही मां गंगा के आंचल में पले हैं
और पिता भोले के साथ चले हैं
हम तुम्हारे साथ वाटर पार्क तो नहीं जाएंगे लेकिन मां गंगा में डुबकी लगाने जरूर जाएंगे
कंचन वर्मा
कोई कहे तू काशी में है कोई कहे कैलाश पर बाबा मैं कहूं तू मेरे दिल में है.
मैं बैठा रहूं बनारस की घाटों पर और तेरा दीदार हो जाये,
तुम गंगा हो जाओं, मैं बनारस घाट हो जाऊं …!!
तुम्हे मैंने अपने दिल में कुछ इस तरह बसाया हैजैसे गंगा किनारे शिव ने काशी बसाया है.
बेहतर को छीन कर बेहतरीन देना जानते है
वो मेरे महादेव है मेरा अच्छा बुरा मुझसे ज्यादा जानते है
मैं बनारस करूं,तुम महादेव समझना
मैं जिंदगी कहूं, तुम गंगा घाट समझना
मुझे महादेव पर इतना भरोसा है जो नहीं मिला वह बेहतर नहीं था जो है वह बेहतर है और जो मिलेगा वह बेहतरीन होगा..
हमने तेरे सहर की रौनक भी देखी है पर बनारसी ठाट के आगे सब फीका है।
गंगा के घाटों की रौनक
जैसे एक सपना सा लगता है,
अनजान कोई भी हो
बनारस सबको अपना सा ही है।
घाटों पर मस्ती से नहाना
पंडित जी से त्रिपुंड लगवाना
महादेव का जयकारा लगाना
अलग ही अहसास होता है।
बनारस में बाबा विश्वनाथ की कृपा
माँ गंगा का निर्मल घाट हो
मैं सब भूल महादेव
बस तू याद हो।
यह एक इकलौता शहर है जहाँ जीवन और मृत्यु साथ साथ चलते है ।।इस शहर को धार्मिक शहर नहीं कहेंगे ये अदभुत शहर है।।
तुम सुबह ए बनारस की द्रृश्य हो,
हम तेरे दीदार को बेकरार प्रिये !
सुबह ए बनारस, कुछ यादें अस्सी घाट की जो पलकों पे अभी भी ताजा है,
वो सूरज वो लड़की, वो अजान उसकी नमाज़ और दुआ में कुबूल होता मैं !
इस शहर में एक तरफ गंगा बहती है और दूसरी ओर मोहब्बत, एक तरफ चलती है ज्ञान की बातें तो दूसरी तरफ चाय पर चर्चा ।।
“”भनभना,भकाभक,लकालक, लपालप बोले तो एक दमे ही भोकाली,चौचक ,चपसंड सा मेरा शहर महादेव की नगरी बनारस””
बनारस “मोहब्बत का शहर”
शिखा सर्वेश शिखा सर्वेश
बनारस -“मोहब्बतों का शहर”
इस शहर में एक तरफ गंगा बहती है और दूसरी ओर मोहब्बत, एक तरफ चलती है ज्ञान की बातें तो दूसरी तरफ चाय पर चर्चा ।।
“पान के बिना तो यह शहर अधूरा ही है ,और गाली यहाँ की प्रेम की भाषा है ।।
टूटी सड़कें,गन्दी गालियां,जाम यहाँ की शान है”इस शहर में अदब नहीं है,प्रेम जरूर है ।।
बनारस के रस में कई तरह के रस का मिश्रण है ।।
“एक मरे हुए इंसान को जीना सिखाता, जीता हुआ शहर है ये ।।
तुम हो जाओ इश्क बनारस की तरह पर मैं कुंदन तो नहीं जो काट लूं कलाई अपनी
“बनारस में रहा नहीं जाता वहाँ जिया जाता है ।।अपने अंदर के खुद से मिलाने का शहर “
हर वक़्त मोहब्बत बाँटता शहर ।।अस्सी घाट पर बैठे प्रेमी युगल इसकी निशानी है ।।
गोदौलिया चौराहा ,चौका घाट, मैदागिन की जाम में खो कर देखना अदभुत है,यह ऐसा जाम जहाँ आप कभी फँसा हुआ नहीं महसूस कर सकते ये यहाँ की शान है ।।
पान से भरे मुँह में निकलते फव्व्वारे किसी को भिगोने का माद्दा रखते है ।।
“महादेव इस शहर के रचयिता” हैं यह शहर महादेव के त्रिशूल पर स्थित है ।।
वैसे तो बनारस के हर एक गली नुक्कड़ सड़क पर आप महादेव को करीब से महसूस करेंगे और काशी विश्वनाथ मंदिर में उन्हें स्वयं के अंदर जीता हुआ देखेंगे।।कहा जाता है यहाँ मोक्ष की प्राप्ति होती है ।।
शहर ऐसा बसाओ की चार लोग आपके शहर में रहने को तरसे 😍 शहर बनारस😍
बनारस के शहर में महादेव (काशी विश्वनाथ) की खूशबू है, स्वर्ग का द्वार( मणिकर्णिका घाट) है प्यार का भंडार(गोदूलिया) है, शिक्षा का केंद्र(बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय) है।
बनारस को जितना समझने की कोशिश करोगे,
उतना ही कुछ न कुछ छूटता ही जायेगा।
Not Everything can we Found on Google But Everything Can Found In Banaras
गूगल पर हर चीज़ नहीं मिल सकती लेकिन बनारस में हर चीज़ मिल सकती है
कभी आओ की दिखाऊँ तुम्हे सुबह ए बनारस के नज़ारा,
बस हम, तुम, एक नाव और माँ गंगा का किनारा। 😍
एक अबोध से भी वेद पढ़वा दें , ऐसा है ये बनारस 🚩
जब याद सताए दिलदार.. बनारस की गलियों में आ जाना
चाय तो मैं रोज़ बनारस की गलियों में उसके साथ पीता हूँ
बस यहीं सोच कर तो जीता हूँ ❣️
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❤️
Love You Banaras
Har Har Mahadev