आज हम इस ब्लॉग पोस्ट में बात करेंगे हिन्दू सम्राट हर दिल में बसने वाले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री Yogi Adityanath Biography के बारे में। जिसमें Yogi AdityaNath का वास्तविक नाम, जन्म स्थान, उनकी लंबाई,धर्म, शिक्षा, पिता का नाम,माता का नाम, सालाना आय सहित योगी आदित्यनाथ की जीवनी पर विस्तृत चर्चा करेंगे।
पुरा नाम (Full Name) – अजय सिंह बिश्त
उपनाम (Surname) – महंत योगी आदित्यनाथ
जन्मतिथि (Birthdate)- 05 जून 1972
उम्र (Age) – 51 वर्ष
लंबाई (Length) – 163cm
धर्म (Religion)- हिंदु
जाति (Caste) – ठाकुर
जन्म स्थान (Birthplace)- पिचुर गाँव (उतराखंड)
शिक्षा (Education) – गणित मे स्नातक (B.Sc)
पेशा (Work) – उतरप्रदेश के वर्तमान मुख्यमंत्री
प्रसिद्ध (Famous) – ( Up में गुंडों का सफाया)
पिता का नाम(Father’s Name) – आनंद सिंह बिश्त
माता का नाम (Mother Name) – सावित्री देवी
वैवाहिक स्थिति (Marital Status – संन्यासी
विस्टनिवास स्थान( Westresidence) :- लखनऊ (उत्तरप्रदेश)
सालाना आय (Annual Income) – 50-70 लाख रुपए लगभग
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Official Website – https://www.yogiadityanath.in/
संपर्क सूत्र(Contact Number) – 9454404444
हर समय भगवा देश में रहने वाले ऐसे व्यक्ति को अगर कोई देखेगा तो यही सोचेगा इसे तो सिर्फ ज्ञान और उपदेश देना ही आता होगा। एक समय था कि योगी आदित्यनाथ का चित्र चुनावी बैनर में भी नहीं था जिसे चुनावी संगठन ने भी स्वीकार नहीं किया। फिर कैसे यह अचानक से 19 मार्च 2017 को इतने बड़े प्रदेश उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री तथा इतने लोकप्रिय नेता बन गए।
जी हां दोस्तों मैं उन्हें योगी आदित्यनाथ जी के बारे में बात कर रही हूं जिन्हें हिंदुत्व तथा पूर्वांचल का शेर माना जाता है। तो आज हम योगी जी के बारे में यही जानेंगे कि इनके सामान्य जीवन से इतने बड़े पदवी पर कैसे पहुंचे।
योगी आदित्यनाथ का असली नाम अजय सिंह है। इनका जन्म उत्तराखंड के गढ़वाल जिले के राजपूत परिवार में हुआ था। इनके पिता का नाम आनंद सिंह है तथा माता का नाम सावित्री सिंह है। इनकी प्रारंभिक शिक्षा 1977 से आरंभ हुई। 1987 में इन्होंने दसवीं की परीक्षा पास की। सन 1989 में इन्होंने भरत इंटरमीडिएट इंटर कॉलेज से इंटरमीडिएट की परीक्षा पास की। 12वीं की परीक्षा पास करने के बाद 1990 यह अखिल भारतीय परिषद में ग्रेजुएशन के लिए आए। 1992 हेमवती नंदन विश्वविद्यालय से गणित में बीएससी की डिग्री हासिल की परंतु कोटद्वार में इनके सारे पेपर चोरी हो जाने के कारण यह विज्ञान में अपनी स्नातकोत्तर की इच्छा पूरी नहीं कर सके।
फिर भी 1993 में गणित एमएससी की पढ़ाई पूरी करने के लिए योगी जी गोरखपुर पहुंचे उस समय उत्तर भारत में राम मंदिर विवादित स्तर पर था। जहां पर इनकी मुलाकात महंत अवैध नाथ से हुई। महंत अवैद्यनाथ तथा राम मंदिर आंदोलन का इन पर इतना ज्यादा असर पड़ा कि उन्होंने 1994 में मात्र 22 वर्ष की उम्र में सन्यास धारण कर लिया। और तब से अजय सिंह योगी आदित्यनाथ के नाम से पहचाने जाने लगें।
योगी आदित्यनाथ जी ने नाथ संप्रदाय से भिक्षा ली थी। नाथ संप्रदाय का सन्यासी कहता है कि सन्यासी को देश धर्म तथा राजनीति में अवश्य ही हिस्सा लेना चाहिए। सन्यासी को देश में अपने धर्म राजनीति के तरफ बढ़ावा देना चाहिए। इस योगी आदित्यनाथ जी ने इस बात को धारण कर अपने एक हाथ में माला तथा दूसरे हाथ में भाला लेकर 1991 में बीजेपी की पार्टी में प्रवेश किया।
1998 में मात्र 26 वर्ष की आयु में योगी आदित्यनाथ जी गोरखपुर सीट से 12 वी लोकसभा के सांसद चुने गए। उस समय इनकी जीत का फासला बहुत ही कम था परंतु आयु बढ़ने के साथ-साथ इनकी लोकप्रियता भी देश में बढ़ती गई। जिसके कारण इन्हें गोरखपुर के सीट से 5 बार सांसद चुना गया। 1998-2004 तक संसदीय चुनाव जीतने के बाद इन्होंने Community of food, Civil supply, and Ministry of Home affairs का दायित्व उठाया।
वर्ष 2009 में संसदीय चुनाव जीतने के बाद उन्होंने परिवहन पर्यटन एवं संस्कृति के दायित्व का भार संभाला। इसके बाद पुनः 2014 में वह 16 वी संसदीय चुनाव गोरखपुर सीट से जीतकर लोकसभा सांसद बने। इस लोकसभा में योगी आदित्यनाथ की उपस्थिति 77 परसेंट थी। जहां उन्होंने 284 प्रश्न पूछे 56 बहस में भाग लिया तथा तीन महत्वपूर्ण विधेयक पास किए।
राजनीतिक क्षेत्र के साथ-साथ योगी आदित्य जी ने धार्मिक क्षेत्र में भी बहुत ही महत्वपूर्ण कार्य किए। इन्होंने 2002 में हिंदू वाहिनी संगठन की स्थापना की। पार्टी के बिगड़ते संबंधों के कारण पार्टी इन्हें टिकट देने से आनाकानी करने लगी। परंतु हिंदू वाहिनी संगठन ने इनका पूरा सहयोग किया। इन को ऊंचा उठाने में हिंदू वाहिनी संगठन का महत्वपूर्ण सहयोग है। इस संगठन के कारण योगी जी का कद इतना ऊंचा हो गया था कि वह जहां खड़े हो जाते सभा वही बन जाते। वह जो बोल देते थे उनके समर्थकों के लिए वही कानून बन जाता था। यही नहीं हिंदू त्यौहार किस तिथि को मनाया जाए योगी आदित्यनाथ गोरखपुर मंदिर से ऐलन करते थे इसलिए गोरखपुर तथा उसके आसपास के इलाकों में हिंदू त्यौहार एक दिन बाद मनाया जाते हैं।
वक्त बढ़ने लगा योगी आदित्यनाथ जी की पहचान देशभर में फैलने लगी। 2005 में योगी आदित्यनाथ जी ने शुद्धि अभियान में हिस्सा लिया तथा जिसमें उन्होंने कई सारे ईसाइयों को हिंदुत्व में परिवर्तित किया। 2007 में अशांति फैलाने तथा दंगे बढ़ाने के जुर्म में इन्हें जेल तक जाना पड़ा। इन्हीं सब विरोधियों के कारण योगी आदित्यनाथ जी पर जानलेवा हमला भी हुआ। 2010 में उन्होंने महिला आरक्षण नीति का विरोध किया। जून 2015 में सूर्य नमस्कार ना मानने वालों के खिलाफ उन्होंने आवाज उठाई। इसी वर्ष इनने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ तथा इस्लामिक राष्ट्र पर प्रतिबंध लगाने के लिए आवाज उठाई।
यह अपने हिंदूवादी भाषणों के कारण चर्चा का विषय बने रहें यह हमेशा हिंदुत्व के बारे में खुलकर बातें किया करते हैं। इन्होंने लव जिहाद, कश्मीर मामले तथा गौ हत्या जैसे विषयों पर खुलकर चर्चा की। यह हमेशा हिंदू तथा हिंदुत्व के बारे में खुलकर बातें किया करते हैं तथा अपने भारतीय संस्कृति को भी याद दिलाते रहते हैं। इनकी साहस तथा इनकी बढ़ती हुई लोकप्रियता को देखकर 2017 में उत्तर प्रदेश की विधानसभा चुनाव की जिम्मेदारी इन्हें प्रदान की गई। कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के गठबंधन के चलते भाजपा पार्टी के लिए यह चुनाव बड़ी चुनौती के रूप में सामने आया।
11 मार्च 2017 को उत्तर प्रदेश विधानसभा में भाजपा पार्टी ने 401 सीट में से 325 सीट हासिल की। इस बड़ी जीत के बाद सारे प्रदेश की निगाह उत्तर प्रदेश की ओर थी कि इस ऐतिहासिक जीत के बाद उत्तर प्रदेश की बागडोर करने की जिम्मेदारी किसके हाथ में जाती है। 7 दिनों तक चर्चा होने के बाद 18 मार्च 2017 को पार्टी ने मुख्यमंत्री के पद के लिए योगी आदित्यनाथ की घोषणा की। 19 मार्च 2017 को शपथ के दौरान प्रधानमंत्री मोदी के साथ कई राजनेता मंच पर दिखाई दिए। शपथ लेने के दौरान योगी जी ने सभी संप्रदायिक लोगों के लिए कार्य करने की शपथ ली।
मुख्यमंत्री का पद संभालते ही योगी आदित्यनाथ ने सबका साथ सबका विकास नारा की घोषणा कर उत्तर प्रदेश की गलियों को हिला देने वाले भारी-भरकम फैसले लिए। जिनमें अवैध कसाई खानों को बंद करवाना, महिलाओं की सुरक्षा तथा अधिकार के लिए कदम उठाएं, एवं किसान भाइयों के लिए कर्ज माफी जैसी योजनाएं शामिल हैं। यही नहीं नैतिक स्तर के विकास के लिए भी इन्होंने सरकारी विद्यालयों, महाविद्यालयों तथा अस्पतालों मैं तंबाकू गुटका खाने पर भी रोक लगाई है। साथ ही आदेश का पालन ना होने पर उचित कार्रवाई का निर्देश भी दिए। सभी नेताओं को उनके संपत्ति का ब्यौरा देने तथा निजी गाड़ियों पर लाल बत्ती लगाने से मना की। ऐसे कई चौका देने वाले फैसले उत्तर प्रदेश के हित में लिए जा रहे हैं।
एक बार पुणे 14 मार्च 2022 को योगी आदित्यनाथ जी उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने। इस बार इन्होंने और भी चौका देने वाले कार्य किए। वर्तमान समय में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी गुंडों का इस प्रकार सफाया कर रहे हैं जैसे की सड़कों से कचरो क सफाया होता है। उत्तर प्रदेश की महिलाएं स्वयं को सुरक्षित महसूस करती हैं। अन्य प्रदेशों के मुकाबले उत्तर प्रदेश एक बड़े मुकाम पर पहुंच चुका है। जहां पहले सिर्फ उत्तर प्रदेश को गलत निगाहों से देखा जाता था आज योगी आदित्यनाथ की वजह से इसे एक विकसित प्रदेश माना जाता है। योगी आदित्यनाथ जी अपने भाषणों के कारण तथा इंटरव्यू के कारण हमेशा चर्चा का विषय बने रहते हैं।
2022 में मुख्यमंत्री बनने के पश्चात उन्होंने बहुत ही बड़े बड़े काम किए जैसे मुस्लिम औरतों के लिए उन्होंने तीन तलाक को खत्म कर दिया। गरीबों के लिए घर का आरक्षण दिया तथा गांव गांव में शौचालय का निर्माण करवाया। उत्तर प्रदेश में अनेक विकासशील काम होने के साथ-साथ भगवामय संसार का भी उदय हुआ है। जहां पर श्री राम की जन्मभूमि अयोध्या की राम मंदिर पर सदियों से विवाद चल रहा था। वही योगी आदित्यनाथ जी ने उस विवाद को खत्म करके मंदिर का पुनः निर्माण करवाना आरंभ कर दिया है। योगी जी का कहना है कि जनवरी 2024 तक श्री राम प्रभु का मंदिर बनकर तैयार हो जाएगा।
जहां पर हमारे देश की पहचान ताजमहल से कराई जाती है वहां पर योगी आदित्यनाथ जी कहते हैं कि हमारे देश की पहचान केवल ताजमहल से नहीं हो सकती हमारे देश की पहचान हमारी संस्कृति हमारे साथ तथा हमारे वेदों से भी है। यह किसी से नहीं डरते हैं तथा खुलकर अपने विचारों को सबके सामने लाते रहें हैं जिसके कारण यह लोगों के लोकप्रिय नेता बनें हुए हैं।
आज हमारे देश को योगी आदित्यनाथ जैसे नेता की जरूरत है जो निस्वार्थ भाव से अपने देश तथा धर्म के लिए लड़ तथा कार्य कर सकें। अगर माननीय योगी आदित्यनाथ जी ऐसे ही कार्य करते रहे तो वह दिन दूर नहीं रहेगा जब माननीय श्री प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बाद इनको प्रधानमंत्री के पद पर बैठाया जाएगा।
- मेरा जीवन एक खुली किताब है, इसे पढ़ना मुश्किल नहीं है।
- देश के युवाओं को शास्त्र और शस्त्र दोनों में निपुण बनायेंगे।
- दुश्मन जिस भाषा में समझेंगे हम उसी भाषा में जबाब देंगें !
- किसी को भी कानून तोड़ने की इजाजत नहीं है।
- सभी को बोलना होगा “भारत माता की जय”
- मैं अपनी संस्कृति को ठीक प्रकार से पालन करूं, यह मेरा दायित्व है।
- एक सन्यासी का सर्वप्रथम कर्तव्य है, समाज को सभ्य और शिक्षित बनाए, तदोपरांत दुष्टों को सजा दे, मैं वही कर रहा हूं।
- उत्तर प्रदेश धर्म और आस्था का बड़ा केंद्र रहा है, हम इस को पुनः स्थापित करने का प्रयत्न करेंगे।
- जो कुछ भी गलत है , उससे मिलकर दूर करना चाहिए, इसके लिए एकजुट होकर आवाज उठाने की आवश्यकता है।
- यदि देश का आधार कमजोर होगा, तो भवन भरभरा कर गिर जायेगा. लेकिन यदि नींव मजबूत है, तो भवन हिल नहीं सकता।
- किसी भी व्यक्ति को उसी की भाषा में उत्तर देना चाहिए, तभी वह ठीक से समझ पाता है।
- भारत देश का राजनीतिक नेतृत्व कैसा होना चाहिए, ये बात उत्तर प्रदेश तय करता है..!!
- हिंदू हूं इसलिए शेर पालने की आदत है, सन्यासी हूं – सच बोलने का अभ्यास है।
- जो व्यक्ति जिस भाषा में समझता है, उस भाषा में हमें जवाब देना अच्छे से आता है।
- जो मासूमों पर गोलियां चलाते हैं, वह अब सावधान रहें, सरकार बदल चुकी है, अपना व्यापार बंद कर लें, अन्यथा ठोक दिए जाएंगे।
- मैंने अपने जीवन में प्यार केवल भारत माता से किया है, और मुझे लगता है कि मैंने दुनिया के सभी बच्चों से प्यार किया है।
- एक सन्यासी का सही कर्तव्य होता है कि वह समाज को अच्छा बनाये, और दुष्टों को सजा दे।
- अन्याय किसी के भी साथ न हो, और न ही हम लोग अन्याय को सहेंगे।
- कोई भी कार्य छोटा या बड़ा नही होता है, हमारी सोच ही उसे छोटा या बड़ा बनाती है।
- थोड़ी सी मेहनत कर आप दूसरों के लिए प्रेरणा बन सकते हैं।
- एक योगी अपने मन में किसी भी प्रकार की कोई इच्छा नहीं रखता।
- जो बातें समाज के खिलाफ हों, उन बातों पर हमें आवाज उठानी चाहिए।
- टाइगर जैसा साहस जिस इन्सान में होगा, वही मानव टाइगर को दूध पिला सकता है।
- मैं उत्तर प्रदेश का विकास नरेंद्र मोदी जी के नारे से ही करता रहूँगा- ‘सबका साथ, सबका विकास’
- मैं एक खुली किताब हूँ, जिस किताब को कोई भी पढ़ सकता है।
- जिस प्रकार मक्का मदीना और वेटिकन सिटी में मंदिर का निर्माण नहीं हो सकता, उसी प्रकार अयोध्या में किसी मस्जिद का निर्माण नहीं हो सकता, यह हिंदू आस्था का केंद्र है।
- उत्तर प्रदेश में संभावनाओं की कोई कमी नहीं है, इसे पहचान कर उस पर कार्य करने की आवश्यकता है, प्रदेश की सरकार इसी दिशा में कार्य कर रही है।
- जो देश के खिलाफ है हम उसके खिलाफ हैं, किसी जाति, धर्म और संस्कृति के खिलाफ नही।
- हमारी सत्यनिष्ठा पर हिन्दुओं को विश्वास है, इसलिए पूरा हिन्दू समाज योगी के साथ है।
- यदि हमारे एक हाथ में माला है, तो दुसरे हाथ में भाला भी है।
- हम लोग केवल उन लोगों को रोकना चाहते हैं, जो लोग देश को रोकना चाहते हैं, फिर वह चाहे जिस जाति का हो।
- अन्याय किसी के साथ नही होना चाहिए, और ना ही हम लोग अन्याय सहेंगे।
- महिलाएं अपनी क्षमता पर कभी शक न करें. वो ठान लें तो कुछ भी कर सकती हैं।
- अपने जीवन में प्यार केवल भारत माता से किया है, और मुझे लगता है कि मैंने दुनिया के सभी बच्चों से प्यार किया है।
- एक सन्यासी होने के नाते जो कुछ सच होगा, केवल मैं वहीं बोलता हूँ और बोलता रहूँगा।
- पुरानी परिपाटी को बदलने का अवसर आ गया है।
- अन्याय अब और बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, न्याय के लिए हम मिलकर संघर्ष करेंगे।
- जो लोग वास्तविक पहचान को छुपाकर भोली भाली माता-बहनों के साथ छल कर रहे हैं, वह बर्दाश्त योग्य नहीं है।
- या तो वह सुधर जाएं, या हम सुधार देंगे।
- जो लोग कानून का पालन नही करते हैं, उनको चिंता करने की जरूरत है। लेकिन जो लोग कानून पर विश्वास रखते हैं, उनको डरने की आवश्यकता नही है।
- संभावनाओं और अवसर की कमी नहीं। बस उसे पहचानने की जरूरत है, और उस पर काम करने की आवश्यकता है।
- यदि सामने वाला पक्ष शांति से नहीं रहेगा, तो उसे शांति से रहना सिखाएंगे।
- ये उस पर निर्भर करता है, कि वह कौन सी भाषा को समझेगा।
- संभावनाओं और अवसर की कमी नहीं। बस उसे पहचानने की जरूरत है और उस पर काम करने की आवश्यकता है।
- हम लोग केवल उन लोगों को रोकना चाहते हैं, जो लोग देश को रोकना चाहते हैं, फिर वह चाहे जिस जाति का हो.
ना शादी, ना बच्चे, ना ही सत्ता के भोगी हैं, जिसे देख गुंडे काँपे, वो उत्तर प्रदेश के योगी हैं।योगी आदित्यनाथ की ग्रेजुएशन क्या है?
वर्ष 1992 में श्रीनगर के हेमवती नन्दन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय से इन्होंने गणित में स्नातक किया था।
योगी आदित्यनाथ के भाई क्या काम करते हैं?
योगी आदित्यनाथ के 3 भाई है। महेंद्र सिंह बिष्ट, शैलेन्द्र मोहन,मानवेन्द्र मोहन सभी साधारण जीवन व्यतीत करते हैं और अपना स्वरोजगार करते हैं। ं
उत्तर प्रदेश का तो एक ही संविधान है- ।।कायदे में रहोगे तो फायदे में रहोगे।। Yogi Adityanath Twitter: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री Yogi Adityanath की सोशल मीडिया Twitter पर बढ़ी लोकप्रियता 2.5 करोड़ फॉलोअर्स का आंकड़ा पार
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